-ग्रामीण व हाई-वे से सटे इलाकों में दिखा विरोध प्रदर्शन
-शहरी इलाकों में सामान्य रही यातायात-व्यवस्था
लखनऊ। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद का असर मंगलवार को राजधानी लखनऊ के शहरी इलाकों में नहीं दिखा। सुबह से ही बाजार तय समय पर खुले तो आम दिनों की तरह ही आवागमन जारी रहा। हालांकि हाई-वे से सटे व ग्रामीण इलाकों में किसान दल के नेताओं ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इस दौरान आमजन घंटों जाम में फंसे रहे।
वहीं प्रदर्शनकारियों को सड़क पर से हटाने के दौरान पुलिस से नोकझोंक भी हुई। इस बावत कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया। हालांकि पुलिस कमिश्नरेट की पुख्ता तैयारी के चलते शहरी इलाके में यातायात का डायवर्जन नहीं किया गया। हालांकि आमदिनों के तरह ही शहर में जाम की स्थिति का लोगों ने सामना किया।
राजधानी लखनऊ के शहरी इलाकों में जहां एक ओर बंदी का असर न के बराबर रहा तो वहीं हाईवे से सटे व ग्रामीण इलाकों में नये कृषि कानून के विरोध में किसान नेताओं के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ। माल, काकोरी मलिहाबाद,नगराम ,निगोहां, बीकेटी,बंथरा सरोजनीनगर समेत अन्य इलाकों में प्रदर्शन किया। हालांकि धारा 144 लागू होने के कारण ज्यादातर लोगों ने शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया।
सैकड़ों किसानों ने दी गिरफ्तारी
इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया। सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में सैकड़ों किसानों ने किसान नेता आशीष यादव के नेतृत्व में लखनऊ सुलतानपुर हाई-वे पर बैठकर प्रदर्शन कर भारतीय किसान यूनियन के भारत बंद के समर्थन कर गिरफ्तारी दी। वहीं गोसाईगंज ब्लाक कार्यालय के समाने भी किशोरी लाल पटेल के नेतृत्व में शांति पूर्वक अपना विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सैकड़ों किसानों ने गिरफ्तारी दी।
वहीं गोसाईगंज क्षेत्र के गंगागंज मजरा सलेमपुर में भी भारतीय किसान यूनियन (टिकैत )के जिला सचिव सुनील वर्मा के नेतृत्व में चक्का जाम व प्रदर्शन किया गया। वहीं, देवा रोड पर भारतीय किसान यूनियन के किसान ने प्रदेश प्रवक्ता आलोक के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस से नोकझोंक के बाद प्रदेश प्रवक्ता आलोक समेत 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी किसानों को शाम को छोड़ दिया गया।
बस में लगाना पड़ा पुलिस कर्मियों को धक्का
सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में सुलतानपुर रोड पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा किसानों की गिरफ्तार कर बस में भर कर ले जाने के दौरान बस स्टार्ट नहीं हुई। जिसके बाद पुलिस कर्मियों को बस में धक्का लगाना पड़ा।
थाने के गेट पर प्रदर्शन,कई हिरासत में
लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र माल में कृषि कानून के विरोध में थाने के गेट पर सपा के पूर्व विधायक इंदल रावत,पूर्व लोकसभा प्रत्याशी राजबाला,संजय सिंह चौहान,अभिराज सिंह समेत अन्य लोगों ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। इसके साथ ही भाकियू लोकतांत्रिक के प्रदेश अध्य्क्ष राकेश सिंह ,अतुल दीक्षित,अर्जुन सिंह समेत अन्य लोगों को हिरासत में लेकर थाने पर पुलिस ने बैठाये रखा। हालांकि देर शाम सभी को छोड़ दिया गया।
सफल रणनीति से खुले रहे बाजार, 16 के खिलाफ कार्रवाई
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) नवीन अरोरा के मुताबिक किसान संगठनों ने मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया था। जिसमें 12 विभिन्न राजनैतिक पार्टियों ने समर्थन की घोषणा की थी। जिसके तहत 56 प्रमुख स्थान कमिश्नरेट लखनऊ में छांटे गये, जहां विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा धरना-प्रदर्शन, सड़क जाम करने, बाजार बन्द करने, प्रदर्शन करने आदि की सूचनाएं थी। इन स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया था।
कमिश्नरेट पुलिस बल की सफल रणनीति के तहत सम्पूर्ण कमिश्नरेट क्षेत्र में कहीं भी जन-सेवा बाधित नहीं हुई, ट्रेन व बसें रोकी नहीं गयी, समस्त बाजार खुले रहे व किसी भी दल द्वारा दबाव बनाकर बन्दी कराने का प्रयास नहीं किया गया। विभिन्न संगठनों के लगभग 80 व्यक्तियों को बिना अनुमति निर्धारित धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन न करने के कारण धरना स्थल ईको गार्डन भेजा गया। जिनमें से 16 व्यक्तियों के विरूद्ध धारा 107 सीआरसीपी की कार्रवाई की गयी तथा शेष को हिदायत देकर छोड़ दिया गया।