भारत ने अहमदाबाद टेस्ट (India vs England) में इंग्लैंड को पारी और 25 रनों से हराकर सीरीज अपने नाम कर ली और इसके साथ ही वो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गया.
नई दिल्ली. चेन्नई में पहला टेस्ट गंवाने के बावजूद टीम इंडिया ने इंग्लैंड (India vs England) को टेस्ट सीरीज में 3-1 से हरा दिया. भारत ने चेन्नई में ही खेले गए दूसरे टेस्ट में जीत हासिल की और उसके बाद अहमदाबाद में उसने दोनों टेस्ट मैच जीत लिये. भारत ने चौथा टेस्ट मैच महज तीन दिन में पारी और 25 रनों से जीत लिया. इस जीत के साथ ही उसने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली.
इस टेस्ट सीरीज जीत की सबसे खास बात ये रही कि जीत के हीरो विराट कोहली- चेतेश्वर पुजारा और रहाणे जैसे दिग्गज नहीं रहे. बल्कि युवा खिलाड़ियों ने टीम इंडिया को जीत का सेहरा पहनाया. आइए आपको बताते हैं कौन से पांच खिलाड़ी टीम इंडिया की जीत के हीरो रहे?
4 टेस्ट टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भारत की जीत के सबसे बड़े हीरो साबित हुए. ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद इस ऑफ स्पिनर ने इंग्लैंड को भी चारों खाने चित कर दिया. अश्विन ने मैचों की सीरीज में 32 विकेट अपने नाम किये. सीरीज में 3 बार पारी में पांच विकेट उन्होंने अपने नाम किये. अश्विन की गेंदबाजी स्पिन ट्रैक पर इंग्लैंड के लिए अबूझ पहेली साबित हुई.
बल्लेबाजों को किया बहुत परेशान
अपनी पहली ही टेस्ट सीरीज खेल रहे अक्र पटेल ने तो जैसे कमाल ही कर दिया. पहले टेस्ट मैच में चोट के चलते नहीं खेल पाने वाले इस बाएं हाथ के स्पिनर को जैसे ही दूसरे टेस्ट मैच में मौका मिला, उन्होंने अपना कमाल दिखा दिया. अक्षर पटेल ने टेस्ट सीरीज में 27 विकेट अपने नाम किये. अक्षर पटेल ने अगर चार टेस्ट मैच खेले होते तो हो सकता है वो अक्षर पटेल से भी ज्यादा विकेट चटकाते. अक्षर की सटीक लाइन और लेंग्थ ने इंग्लिश बल्लेबाजों को बहुत परेशान किया और टीम इंडिया को रवींद्र जडेजा की कमी बिलकुल नहीं खलने दी.
रोहित शर्मा भारतीय बल्लेबाजों की रीढ़ साबित हुए. जिस टेस्ट सीरीज में कप्तान विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे जैसे दिग्गजों का बल्ला खामोश रहा वहां रोहित शर्मा ने 4 मैचों में 345 रन ठोके. रोहित शर्मा के बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक निकला और उनका बल्लेबाजी औसत 57.50 रहा.
टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने भी बल्ले और विकेटकीपिंग में अपना जलवा दिखाया. टेस्ट सीरीज में पंत के बल्ले से 54 की औसत से 270 रन निकले. इसके साथ ही पंत ने विकेट के पीछे कुल 13 शइकार किये. बहुत ज्यादा टर्न ले रही पिचों पर पंत ने 8 कैच लपके और उन्होंने 5 स्टंपिंग्स भी की.
वॉशिंगटन सुंदर ने टेस्ट सीरीज में चार पारियां खेली लेकिन उन्होंने कम मौके में ही खुद को साबित कर दिया. 7वें और 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सुंदर ने 90 से ज्यादा की औसत से 181 रन बना डाले. सुंदर ने दो अर्धशतक लगाए और दोनों बार उन्होंने ये पारियां मुश्किल वक्त पर खेली. चौथे टेस्ट में सुंदर शतक से चूक गए और नाबाद 96 रन बनाकर पैवेलियन लौटे.