लखनऊ । LUCKNOW
पीजीआइ के वृंदावन कॉलोनी में इंजीनियर रजत की मौत के मामले अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। पुलिस का कहना है कि उनकी टीम लगातार मामले की जांच में जुटी है, लेकिन मृतक की मां अलका ने इंस्पेक्टर पीजीआइ केके मिश्र पर मामला दबाने और जांच में लापरवाही समेत कई अन्य आरोप लगाए हैं।
इसी के चलते पीडि़त अलका ने बेटे की मौत को लेकर सीएम योगी के जनसुनवाई पोर्टल पर न्याय की गुहार लगाई है। मां अलका का कहना है कि उन्होंने पुलिस को बेटे के दोस्तों के खिलाफ ऑडियो रिकॉर्डिंंग का अहम सबूत दिया था, जिसमे घटना से पहले रजत के हत्यारोपित दोस्त अर्पित ने उसे फोन पर धमकी दी थी। आरोप है कि बावजूद इसके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं सीएम के पोर्टल पर भेजे गए शिकायत पत्र में उन्होंने ये भी लिखा है कि हत्यारोपित अर्पित के बाबा पुलिस विभाग से रिटायर्ड इंस्पेक्टर हैं, जिसके चलते इंस्पेक्टर केके मिश्रा उनके दबाव में हैं और वह उसे बचाने में लगे हैं।
तालाब में नग्न मिला था शव
बता दें कि बीते 17 नवंबर को पीजीआई निवासी इंजीनियर रजत दोस्तों के साथ पार्टी मनाने के लिए शाम करीब 4:30 बजे घर से निकला था। उसके बाद वह नहीं लौटा। दूसरे दिन देर रात उसका शव तालाब में मिला था। रजत के कपड़े तालाब के पास तीन अलग-अलग स्थानों पर मिले थें। पहली बाउंड्रीवाल के पास जैकेट और पैंट, दूसरी के पास अंडर गारमेंट्स और चप्पल, फि र तालाब के पास चश्मा व अन्य सामान पड़ा था।
हालांकि पुलिस पहले तो घटना को हादसा बता रही थी, लेकिन बाद में उन्होंने हत्या का केस दर्ज कर लिया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर ये हादसा था तो इतनी सर्द रात में करीब 11 बजे कौन व्यक्ति तीन अलग-अलग स्थानों पर कपड़े उतार कर तालाब में कूदेगा। फिलहाल इसका जवाब अबतक पुलिस भी नहीं दे पाई है।
क्राइम सीन रिक्रिएशन से मौत की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस
इंस्पेक्टर केके मिश्रा का कहना है कि पूरी घटना की इलेक्ट्रानिक्स और फोरेंसिक साक्ष्य के आधार पर जांच कराई जा रही है। फोरेंसिक टीम द्वारा घटना का क्राइम सीन रिक्रिएशन भी कराया जाएगा। इसके लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला के लिए पत्र लिखा जा चुका है। टीम ने अभी यह नहीं बताया है कि वह कब आएंगे। पुलिस के मुताबिक रजत की मौत की गुत्थी क्राइमसीन रिक्रिएशन से ही सुलझ सकती है।