20 हजार का इनामिया आरोपी बिकरु कांड के बाद से है फरार
आरोपित के खिलाफ फर्जी दस्तावेज से कार हड़पने समेत दो केस दर्ज
लखनऊ। कानपुर के बिकरु कांड मामले में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के भाई दीपक दुबे उर्फ दीपू के लखनऊ स्थित कृष्णानगर मकान की शुक्रवार को कुर्की की कार्रवाई की गई है।
हालांकि पुलिस ने कुछ दिन पहले आरोपित के मकान पर 82 की नोटिस चस्पा की थी। इसके बावजूद भी दीपक दुबे हाजिर नहीं हुआ, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। दीपक 20 हजार का इनाम घोषित है। आरोपित बिकरु कांड के बाद से फरार है। कृष्णानगर कोतवाली में दीपक के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं।
कृष्णानगर इंस्पेक्टर महेश दुबे के मुताबिक आरोपित दीपक दुबे की लंबे समय से तलाश की जा रही है। वह पुलिस के हाथ नहीं लगा है। जिसके बाद कोर्ट से अनुमति लेकर उसकी संपत्ति कुर्क की कार्रवाई की जा रही है। आरोपित के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार कर कार हड़पने की एक एफआईआर दर्ज थी।
एसआईटी ने जांच रिपोर्ट में दीप प्रकाश पर जालसाजी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज करने की संस्तुति की थी, जिसके बाद 24 नवंबर को उसके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हुआ था। गौरतलब है कि गत वर्ष दो जुलाई को बिकरु गांव पुलिस विकास दुबे को पकडऩे के लिए गई थी।
विकास ने पुलिस टीम पर साथियों के साथ मिलकर हमला बोल दिया था। इसमें डिप्टी एसपी समेत कुल आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। शासन की ओर से विकास दुबे पर पांच लाख का इनाम घोषित किया गया था ।
जिसे उज्जैन से एसटीएफ ने पकड़ा था। विकास दुबे को उज्जैन से लाते समय कानपुर में विकास ने भागने की कोशिश की थी जिसे मुठभेड़ में एसटीएफ ने मार गिराया था।
तत्कालीन इंस्पेक्टर पर कार्रवाई
वर्ष 2017 में एसटीएफ ने विकास दुबे को कृष्णा नगर से पकड़ा था। विकास को कृष्णा नगर कोतवाली में आम्र्स एक्ट के तहत दाखिल भी किया गया था। पूछताछ में सामने आया था कि विकास अपने भाई दीपक दुबे के नाम से दर्ज प्रतिबंधित बोर का असलहा लेकर चलता था।
दीपक दुबे ने विकास दुबे की जमानत कराई थी। इस दौरान उसने विकास पर पूर्व में दर्ज मुकदमों का ब्यौरा छिपा लिया था। यही नहीं इस संबंध में एसआईटी ने तत्कालीन इंस्पेक्टर कृष्णानगर अंजनी कुमार पांडेय के खिलाफ भी लघु दंड की कार्रवाई की संस्तुति की थी।
इस बावत पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने हजरतगंज इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय को बुधवार देर रात में लाइन हाजिर कर दिया था।