डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को पलटते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वैध आव्रजन को रोकना अमेरिका के हित में नहीं है. बल्कि इससे अमेरिका को नुकसान पहुंचता है. उन्होंने कहा कि यह अमेरिका के उद्योगों को भी प्रभावित करता है, जिसका विश्वभर के प्रतिभाशाली लोग हिस्सा हैं.
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का एक और फैसला पलट दिया है, जिसका सबसे ज्यादा फायदा भारतीयों (Indians) को होगा. बाइडेन ने ग्रीन कार्ड (Green Card) पर लगाई गई रोक को हटा दिया है. प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि यह अमेरिका (America) में वैध आव्रजन को रोक रहा था. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान कोरोना वैश्विक महामारी का हवाला देते हुए ग्रीन कार्ड जारी करने और ग्रीन कार्ड धारकों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगा दी थी.
Trump ने बताया था खतरा
राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से जो बाइडेन (Joe Biden) अब तक ट्रंप के कई फैसले पलट चुके हैं. ग्रीन कार्ड (Green Card) पर रोक हटाने के उनके ताजा फैसले का सबसे ज्यादा फायदा भारतीयों को होगा. डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण बढ़ती बेरोजगारी से निपटने के लिए 2020 के अंत तक ग्रीन कार्ड जारी करने और ग्रीन कार्ड होल्डर के अमेरिका में प्रवेश करने पर रोक लगा दी थी, जिसे बाद में उन्होंने मार्च, 2021 के अंत तक बढ़ा दिया. ट्रंप ने प्रवासियों को अमेरिकी श्रम बाजार के लिए खतरा बताते हुए कहा था कि उन्होंने देशवासियों के हित में यह फैसला लिया है.
यह America के हित में नहीं
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को पलटते हुए राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि वैध आव्रजन को रोकना अमेरिका के हित में नहीं है. बल्कि इससे अमेरिका को नुकसान पहुंचता है, जिसमें अमेरिकी नागरिकों या वैध स्थायी निवासियों के परिवार के सदस्यों को यहां उनके परिवारों से मिलने से रोकना शामिल है. उन्होंने आगे कहा कि यह अमेरिका के उद्योगों को भी प्रभावित करता है, जिसका विश्वभर के प्रतिभाशाली लोग हिस्सा हैं. वहीं, अमेरिकी आव्रजन वकील संघ के अनुसार, ट्रंप के आदेशों से अधिकतर आव्रजन वीजा पर रोक लग गई थी.
Decision की हुई थी आलोचना
ट्रंप के इस फैसले की जमकर आलोचना हुई थी. कई सांसदों ने इसे गैरजरूरी बताया था. उन्होंने कहा था कि एच1-बी वीजा और अन्य गैर आव्रजक वीजा के अस्थायी निलंबन से एशिया के उच्च कौशल प्राप्त कर्मियों के साथ-साथ उन अमेरिकी कारोबारों को नुकसान होगा, जो काफी हद तक प्रवासी कर्मियों पर निर्भर करते हैं. हालांकि, ट्रंप ने विरोध को दरकिनार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि यह फैसला देशवासियों के हित में है.