हत्या व लूट का भय दिखाकर टप्पेबाजी करने वाले बिहारी गैंग का पर्दाफाश
गिरोह का सरगना समेत चार गिरफ्तार
पुलिसकर्मी और आभूषणों की सफाई के नाम पर उड़ाते थे जेवरात
करीब आठ का जेवरात व घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद
लखनऊ। राजधानी लखनऊ कमिश्नरेट की ठाकुरगंज पुलिस ने टप्पेबाजों के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लाखों कीमत के जेवरात, नकदी व घटना में प्रयुक्त दो बाइक बरामद हुए हैं। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है।
एडीसीपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 10 हजार की पुरस्कार देने की घोषणा की है।
एडीसीपी पश्चिमी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने खुलासा करते हुए बताया कि मुखबिर व तकनीकी मदद से मेंहदीघाट पीपे वाला पुल के पास से चार टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। गिरफ्तार आरोपियों के करीब आठ लाख के जेवरात,नकदी व घटना में प्रयुक्त पल्सर बाइक बरामद हुई है।
पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम धर्मेन्द्र शाह,शम्भू शाह, कैलाश कुमार शाह व सोनू कुमार शाह निवासीगण बिहार प्रान्त बताया है। गिरोह का सरगना शम्भू शाह ने बताया कि वह लोग बाराबंकी में इलाज कराने के नाम पर कमरा लेकर ठहरे थे। एसीपी चौक आईपी सिंह ने बताया कि आरोपियों ने बाराबंकी में किराए पर कमरा ले रखा था। यहां से आसपास के जनपदों में वारदात को अंजाम देने के बाद वापस लौट जाते थे।
गिरफ्तार आरोपी अपने शिकार को चिन्हित कर निशाना बनाते थे। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि कभी पुलिस कर्मी तो कभी आभूषणों की सफाई करने के नाम पर आमजन से टप्पेबाजी कर चंपत हो जाते थे। ठाकुरगंज इंस्पेक्टर सुनील कुमार दुबे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी लखनऊ व आसपास के जनपदों में करीब सैकड़़ों वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है।
चिन्हित स्थानों पर वारदात को देते थे अंजाम
पुलिस की मानें तो गिरोह के सदस्य रेकी कर सूनसान इलाकों को वारदात के लिए चिन्हित करते थे। इसके बाद कभी पुलिसकर्मी बनकर हत्या व लूट का भय दिखाकर भोले-भाले लोगों के जेवरात कागज में लपेटकर रखने के बहाने तो कभी आभूषण की सफाई के नाम पर भोली-भाली महिलाओं को बातों में उलझाकर उनका जेवरात लेकर चंपत हो जाते थे।
सीसीटीवी फुटेज ने पहुंचाया सलाखों के पीछे
पुलिस की मानें तो गिरोह के लोग उन जगहों को शिकार के लिए चिन्हित करते थे जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा होता था। लेकिन कई वारदात के रेकी के दौरान आसपास के लगे सीसी कैमरे में कैद हो गये। एडीसीपी राजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक पश्चिमी जोन के कई थाना क्षेत्रों में टप्पेबाजी की वारदात को आरोपियों ने अंजाम दिया था।

पुलिस की टीम मामले की तफ्तीश कर रही थी। इसी दौरान सीसी फुटेज में घटनास्थल के आसपास रेकी करने वाले बाइक का नम्बर कैद हो गया। इतना ही नहीं एक दूसरे वारदात में भी एक ही बाइक पर दो अलग-अलग नम्बरों की पहचान हुई।
इस बावत आरटीओ विभाग से नम्बरों के बारे में जांच-पड़ताल की गई तो बाइक का नम्बर बाराबंकी और बिहार का सामने आया। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।